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आपसे दोस्ती हम यूं ही नही कर बैठे,

क्या करे हमारी पसंद ही कुछ "ख़ास" है. .



चिरागों से अगर अँधेरा दूर होता,

तोह चाँद की चाहत किसे होती.



कट सकती अगर अकेले जिन्दगी,

तो दोस्ती नाम की चीज़ ही न होती.



कभी किसी से जीकर ऐ जुदाई मत करना,

इस दोस्त से कभी रुसवाई मत करना,



जब दिल उब जाए हमसे तोह बता देना,

न बताकर बेवफाई मत करना.



दोस्ती सची हो तो वक्त रुक jata है

अस्मा लाख ऊँचा हो मगर झुक जता है



दोस्ती मे दुनिया लाख बने रुकावट,

अगर दोस्त सचा हो तो खुदा भी झुक Jata है.

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